Kitna Maza Aa Raha Hai

Hmm, हाय

कितना मज़ा आ रहा है
हो, कितना मज़ा आ रहा है
तीर-ए-नज़र चल रहे हैं
अरमाँ निकल रहे हैं
हो, कितना मज़ा आ रहा है

पहले हमको तुमसे कुछ गिले थे
इसलिए तुम्हें ना हम मिले थे
पहले हमको तुमसे कुछ गिले थे
इसलिए तुम्हें ना हम मिले थे

रुत बदल रही है
हम भी बदल रहे हैं
अरमाँ निकल रहे हैं

हो, कितना मज़ा आ रहा है
तीर-ए-नज़र चल रहे हैं
अरमाँ निकल रहे हैं
हो, कितना मज़ा आ रहा है

दोनों मिल के आज मुस्कुराएँ
एक बात तुमको हम सुनाएँ
दोनों मिल के आज मुस्कुराएँ
एक बात तुमको हम सुनाएँ

हमने ये सुना है
कि लोग जल रहे
अरमाँ निकल रहे हैं
हो...



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Pyarelal Ramprasad Sharma, Laxmikant Kudalkar
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