Yeh Pyar Tha Ya Kuchh Aur Tha

निकल के उनके दिल से हम सर-ए-महफ़िल में आ बैठे
हमारी मुश्किल ये है कि बड़ी मुश्किल में आ बैठे
जो मिलते रहते हैं, वो दिल में समा जाते हैं
जो मिलके नहीं मिलते, वो याद, बहुत याद आते हैं
ये प्यार था...

ये प्यार था या कुछ और था
ये प्यार था, ये प्यार था या कुछ और था
ना तुझे पता, ना मुझे पता
ये प्यार था, ये प्यार था या कुछ और था
ना तुझे पता, ना मुझे पता

ये निगाहों का ही क़ुसूर था
ये निगाहों का ही क़ुसूर था
ना तेरी ख़ता, ना मेरी ख़ता
ये प्यार था या कुछ और था
ये प्यार था...

ना तो अपना तुझको बना सके
ना तो अपना तुझको बना सके
ना ही दूर तुझसे जा सके

कहीं कुछ ना कुछ तो ज़रूर था
कहीं कुछ ना कुछ तो ज़रूर था
ना तुझे पता, ना मुझे पता
ये प्यार था या कुछ और था
ये प्यार था...

तेरे सुख की सेज सजी रहे
तेरे सुख की सेज सजी रहे
मेरी उम्र भी तुझे जा लगे

मैं दुआएँ देने में, देने में
मैं दुआएँ देने में चूर था
ना तुझे पता, ना मुझे पता
ये प्यार था या कुछ और था
ये प्यार था या कुछ और था
ना तुझे पता, ना मुझे पता

ये निगाहों का ही क़ुसूर था
ये निगाहों का ही क़ुसूर था
ना तेरी ख़ता, ना मेरी ख़ता
ये प्यार था या कुछ और था

हो, सारी ख़ुशियाँ तुझ पे वार के
सारी ख़ुशियाँ तुझ पे वार के
चला मैं तो सब कुछ हार के

यही इश्क़ का दस्तूर था
ना तुझे पता, ना मुझे पता
ये प्यार था या कुछ और था



Credits
Writer(s): Anand Santosh, Laximkant Pyarelal
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