Yun Hi Tanhai Mein Hum Dilko

यूँ ही तन्हाई में
यूँ ही तन्हाई में
यूँ ही तन्हाई में
यूँ ही तन्हाई में

हम दिल को सजा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं

नाम लिखते हैं तेरा
लिख के मिटा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं

जब भी नाकाम मोहब्बत का कोई जिक्र करे
जब भी नाकाम मोहब्बत का कोई जिक्र करे
लोग हँसते हैं मेरा नाम बता देते हैं
नाम लिखते हैं तेरा

लिख के मिटा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं

अब खुशी की कोई तरकीब ना सोचे दुनियाँ
अब खुशी की कोई तरकीब ना सोचे दुनियाँ
अब ये आलम हैं कुछ गम ही मजा देते हैं
नाम लिखते हैं तेरा

लिख के मिटा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं

अब तसल्ली नहीं दी जाती मरीजें गम को
अब तसल्ली नहीं दी जाती मरीजें गम को
देखने वाले भी मरने की दुआ देते हैं
नाम लिखते हैं तेरा

लिख के मिटा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं

क्या जरूरत है रफ़ीक बर्क को ये जहमत हो
क्या जरूरत है रफ़ीक बर्क को ये जहमत हो
लाओ हम खुद ही नशे मन को जला देते हैं
नाम लिखते हैं तेरा

लिख के मिटा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं
नाम लिखते हैं तेरा

लिख के मिटा देते हैं
यूँ ही तन्हाई में
हम दिल को सजा देते हैं



Credits
Writer(s): Anup Jalota
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