Door Rah Kar Na Karo Baat

दूर रह कर ना करो बात, करीब आ जाओ
याद रह जायेगी ये रात, क़रीब आ जाओ

एक मुद्दत से तमन्ना थी, तुम्हें छूने की
आज बस में नहीं जज़्बात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ

सर्द झोंको से भड़कते हैं, बदन में शोले
जान ले लेगी ये बरसात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, करीब आ जाओ

इस क़दर हमसे झिझकने की ज़रूरत क्या है
ज़िन्दगी भर का है अब साथ, क़रीब आ जाओ
याद रह जायेगी ये रात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ



Credits
Writer(s): Ravi, Sahir Ludhianvi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link