Diwane hai diwanon ko

आप के दिल में जो थोड़ी-सी जगह मिल जाए
अपने अरमानों की बेताब कली खिल जाए

दीवाने हैं, दीवानों को न घर चाहिए, न दर चाहिए
मुहब्बत भरी इक नज़र चाहिए, नज़र चाहिए
जवानी में जवानी के सहारे हो जवाँ, मेरे मेहरबाँ
मुझे तू ही तू हमसफ़र चाहिए, हमसफ़र चाहिए
दीवाने हैं, दीवानों को न घर चाहिए, न दर चाहिए
मुहब्बत भरी इक नज़र चाहिए, नज़र चाहिए

है सर पे हमारे खुला आसमाँ, खुला आसमाँ
हमारे लिए है यही आशियाँ, यही आशियाँ
बिना प्यार के ज़िन्दगी कुछ नहीं
जहाँ प्यार है, हर ख़ुशी है वहीं
हो फूलों भरी चाहे, चाहे काँटों भरी
चले जिस पे तू, वो डगर चाहिए, डगर चाहिए
दीवाने हैं, दीवानों को न घर चाहिए, न दर चाहिए
मुहब्बत भरी इक नज़र चाहिए, नज़र चाहिए

निगाहों में ऐसे इशारे हुए, इशारे हुए
के दिल ने कहा, हम तुम्हारे हुए, तुम्हारे हुए
नज़र बन गई है ज़ुबाँ प्यार में
मज़ा आ गया जीत का हार में
मिलेगा वही माँगोगे जो दिलदार से, मगर प्यार से
दुआओं में अपनी असर चाहिए, असर चाहिए
दीवाने हैं, दीवानों को न घर चाहिए, न दर चाहिए
मुहब्बत भरी इक नज़र चाहिए, नज़र चाहिए
जवानी में जवानी के सहारे हो जवाँ, मेरे मेहरबाँ
मुझे तू ही तू हमसफ़र चाहिए, हमसफ़र चाहिए



Credits
Writer(s): Kalyanji-anandji, Gulshan Bawra
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