Gham Ka Fasana

क्या हुआ?
हाए, ग़म का फ़साना बन गया अच्छा (अच्छा जी!)
एक बहाना बन गया अच्छा (अच्छा!)
सरकार ने आके मेरा हाल तो पूछा

ग़म का फ़साना बन गया अच्छा (अच्छा जी!)
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आके मेरा हाल तो पूछा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा

तुम्हारे ख़यालों में खो जाए
तुम्हारे ख़यालों में खो जाए
ये जी चाहता है कि सो जाए

देखो, बातों-बातों में, चाँदनी रातों में
ख़्वाब सुहाना बन गया अच्छा (अच्छा जी!)
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आके मेरा हाल तो पूछा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा

बताए तुम्हें क्या कहाँ दर्द है?
बताए तुम्हें क्या कहाँ दर्द है?
यहाँ हाथ रखना, यहाँ दर्द है

देखो, बातों-बातों में, दो ही मुलाक़ातों में
दिल ये निशाना बन गया अच्छा
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आके मेरा हाल तो पूछा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा

मोहब्बत की रंगीन महफ़िल में
मोहब्बत की रंगीन महफ़िल में
जगह मिल गई आपके दिल में

देखो, बातों-बातों में, प्यार की बरातों में
अपना ठिकाना बन गया अच्छा (अच्छा जी!)
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आके मेरा हाल तो पूछा
ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
एक बहाना बन गया अच्छा



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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