Kuchh Na Kaho (Female Version)

कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो

क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझ को पता है, तुम को पता है
समय का ये पल थम सा गया है

और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो

खोई सब पहचाने, खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर-गिर के खोए सारे सपने
खोई सब पहचाने, खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर-गिर के खोए सारे सपने

और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो

हम ने जब देखे थे सुंदर-कोमल सपने
फूल, सितारे, पर्बत, बादल सब लगते थे अपने
हम ने जब देखे थे सुंदर-कोमल सपने
फूल, सितारे, पर्बत, बादल सब लगते थे अपने

और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो

क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझ को पता है, तुम को पता है
समय का ये पल थम सा गया है

और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो



Credits
Writer(s): R.d. Burman, Javed Akhtar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link