Ishq Daulat Se Kharida Nahin Jata

एक आशिक़ की वो ज़िंदगी है
मौत भी जिसपे क़ुर्बान जाए
इश्क़ जिसकी करे ख़ुद हिफ़ाज़त
ऐसे आशिक़ को क्या मौत आए

वफ़ा जागीरदारों को, ना कंगालों को मिलती है
अरे, ना ये गोरों को मिलती है, ना ये कालों को मिलती है
मोहब्बत ख़ुद-ब-ख़ुद होती है, पैदा की नहीं जाती
अमाँ, ख़ुदा की ख़ास नेमत है जो दिलवालों को मिलती है

इश्क़ दौलत से...
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे

ये मोहब्बत से, मोहब्बत से, मोहब्बत से...
ये मोहब्बत से...
ये मोहब्बत से मोहब्बत का है सौदा, प्यारे

इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे

इश्क़ इनाम-ए-ख़ुदा है, यारों
इश्क़ पैग़ाम-ए-वफ़ा है, यारों
इश्क़ शोला भी है, शबनम भी है
इश्क़ तलवार भी, मरहम भी है

इश्क़ कश्ती भी है, मल्लाह भी है
इश्क़ बंदा भी है, अल्लाह भी है
इश्क़ हिंदू, ना मुसलमानों का
इश्क़ इक जज़्बा है इंसानों का

इश्क़ English है, ना हिंदुस्तानी
ना ये तुर्की है, ना ये जापानी
अब क्या बताऊँ, प्यार कहाँ है, कहाँ नहीं
है इश्क़ हर ज़बान में, इसकी ज़ुबाँ नहीं
अहे, इसकी ज़ुबाँ नहीं, इसकी ज़ुबाँ नहीं, इसकी ज़ुबाँ नहीं

दुनिया में सबसे बढ़ के है बस प्रीत ही की रीत
हिंदी के इक कवि का सुनाता हूँ एक गीत

जगत में प्रेम की जय जयकार
जगत में प्रेम की जय जयकार

लगाए प्रेम ही बेड़ा पार
लगाए प्रेम ही बेड़ा पार

जगत में प्रेम की जय जयकार
जय जयकार, जय जयकार

हो जाए किसको इश्क़, भरोसा है इसका क्या
उर्दू के एक शायर-ए-आज़म ने है कहा, क्या?

"इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश, ग़ालिब
ये लगाए ना लगे और बुझाए ना बने"

ज़ात-पात को प्रेम ना देखे
प्रेम है अँधा तीर
अरे, तुलसी और कबीरा कह गए
कह गए मोमिन मीर, क्या?

इश्क़ दौलत से...
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे

प्यार वालों से ये मंज़र नहीं देखा जाता
रिंद क्यों होश को सागर में डुबो देते हैं?
कितने ज़ालिम हैं जो दिल तोड़ के ख़ुश होते हैं
टूटा पैमान भी हम देख के रो देते हैं

ज़र का उधर ग़ुरूर, इधर इश्क़ का सुरूर
वो भी नशे में चूर हैं, हम भी पीए हुए
मंज़िल किसे मिलेगी, यही देखना है अब
हम इश्क़ का, वो मय का सहारा लिए हुए

मैं तो प्यार का हूँ मतवाला, मतवाला जोगी
प्यार का हूँ मतवाला, मतवाला जोगी
हाँ, हाँं, हाय, मेरे प्यार में है वो मस्ती जो कम ना होगी
प्यार में है वो मस्ती जो कम ना होगी

मैं तो दीवाना हूँ प्यार का
मुझको नशा है दिलदार का
ऐसा नशे में हूँ चूर मैं
ग़म से तो कोसों हूँ दूर मैं

जय हो...
जय हो निगाह-ए-यार की
जय हो, जय हो, जय हो, जय हो
जय हो निगाह-ए-यार की
जय हो निगाह-ए-यार की
जय हो निगाह-ए-यार की
जय हो निगाह-ए-यार की

निगाह-ए-यार ने, आहा
निगाह-ए-यार ने जिस दिन से पिलाई है शराब
वो नशा, हाँ, हाँ, हाँ
वो नशा मुझपे है छाया कि है नहीं जिसका जवाब

है मोहब्बत का, हाय
है मोहब्बत का नशा सबसे निराला, प्यारे
है मोहब्बत का नशा सबसे निराला, प्यारे

इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे
ये मोहब्बत से मोहब्बत का है सौदा, प्यारे
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे
इश्क़ दौलत से ख़रीदा नहीं जाता, प्यारे



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Raja Mehdi Ali Khan
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