Noor E Nazar

ऐ नूर-ए-नज़र, जा
ऐ लख़्त-ए-जिगर, जा
दिल दे रहा है तुझको
रो-रो के ये दुआ

ससुराल जा के अपनी
तू ख़ुश रहे सदा

ऐ नूर-ए-नज़र, जा
ऐ लख़्त-ए-जिगर, जा

ओ, रब ने तुझे मिलाया तेरे हबीब से
रिश्ता तेरा बनाया तेरे नसीब से
क़िस्मत में तेरी आया मौसम बहार का

ससुराल जा के अपनी
तू ख़ुश रहे सदा

ऐ नूर-ए-नज़र, जा
ऐ लख़्त-ए-जिगर, जा

हो, काँटों की बेल कोई लिपटे ना पाँव से
तुझको ख़ुदा बचाए हर धूप-छाँव से
फूलों से तेरा दामन हरदम रहे भरा

ससुराल जा के अपनी
तू ख़ुश रहे सदा

ऐ नूर-ए-नज़र, जा
ऐ लख़्त-ए-जिगर, जा
दिल दे रहा है तुझको
रो-रो के ये दुआ

ससुराल जा के अपनी
तू ख़ुश रहे सदा

तू ख़ुश रहे सदा
तू ख़ुश रहे सदा
तू ख़ुश रहे सदा
तू ख़ुश रहे सदा



Credits
Writer(s): Shakeel Azmi, Roop Kumar Rathod
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