Khamoshiyan Gangunane Lagi (From "One Two Ka Four")

खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
(खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी)

खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
सरगोशी करे हवा, चुपके से मुझे कहा
दिल का हाल बता, दिलबर से ना छुपा
सुनके बात ये शर्म से मेरी आँखें झूक जाने लगी

खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
सरगोशी करे हवा, चुपके से मुझे कहा
दिल का हाल बता, दिलबर से ना छुपा
सुनके बात ये शर्म से मेरी आँखें झूक जाने लगी

जाग उठा है सपना किसका मेरे इन आँखों में?
एक नई ज़िन्दगी शामिल हो रही साँसों में
किसी की आती है सदा हवाओं में
किसी की बातें हैं दबी सी होठों में
रात-दिन मेरी आँखों में कोई परछाई लहराने लगी

खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
दिल का ये कारवाँ यूँ ही था रवा-दवा
मंज़िल ना हमसफ़र, लेकिन ऐ मेहरबाँ
तेरी वो एक नज़र कर गई असर, दुनिया सँवर जाने लगी
खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी

शर्म-ओ-हया से कह दो खुदा हाफ़िज़, ओ मेरी जाना
है घड़ी मिलन की खुदारा लौट के ना आना
रात का पर्दा हमारी ही खातिर
सजे हैं हम भी तो तुम्हारी ही खातिर
जैसे-जैसे तुम पास आते हो साँसें रुक जाने लगी

खामोशियाँ गुनगुनाने लगी (खामोशियाँ गुनगुनाने लगी)
तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी (तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी)
दिल का ये कारवाँ यूँ ही था रवा-दवा
मंज़िल ना हमसफ़र, लेकिन ऐ मेहरबा
तेरी वो एक नज़र कर गई असर, दुनिया सँवर जाने लगी
खामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी



Credits
Writer(s): Mehoob, A R Rahman
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link