Hum Chup Hain, Pt. 1

हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं
धड़कनों को, आहटों को
साँसें रुक सी गईं हैं

हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं
धड़कनों को, आहटों को
साँसें रुक सी गईं हैं
हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं

देखो अब दुनिया को ग़ौर से
पहले से नई, पहले से हसीं
हम-तुम को मिलना था, मिल गए
क्या ये आसमाँ, कौन ये ज़मीं

हम जो देखें, तुम को देखें
साँसें रुक सी गईं हैं

हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं
धड़कनों को, आहटों को
साँसें रुक सी गईं हैं
हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं

लफ़्ज़ों में जिनको ना कह सके
आँखों से कहें, होंठों से सुनें
ख़ुशबु के साए में बैठ के
फूल हम चुनें, ख़्वाब हम बुनें

इसके आगे कुछ ना सोचें
साँसें रुक सी गईं हैं

हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं (चुप-चुप-चुप)
धड़कनों को, आहटों को
साँसें रुक सी गईं हैं
हम चुप हैं कि दिल सुन रहे हैं (चुप-चुप-चुप)



Credits
Writer(s): Shahryar, Hari, Shiv Shiv
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link