Chhan Chhan Karti

छल-छल करती है, करती तेरी हर अदा
छुम-छुम करती है, तेरी चाल पे दिल फ़िदा
छन-छन करती हैं, तेरी बातें सबसे जुदा

हैं सावन देखे तो बहुत
है लगता आज ये अलग
इस बारिश में आ कर लें

तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात
तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात

गहरे बादल छाए, ज़ुल्फ़ों को जब तुम ने सँवारा
ठहरे तेरे लबों पे सागर के दो सिरों का किनारा
आ, धड़कनें दूँ मैं बिछा, तू क़दम है रखे जहाँ-जहाँ
मैं होश अपने हार दूँ, मैं हार दूँ ये जहाँ

हैं सावन देखे तो बहुत
है लगता आज ये अलग
इस बारिश में आ कर लें

तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात
तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात

बरसे सावन सारा, आँखों से तू जो कर दे इशारा
प्यासा बरसों से मैं, इश्क़ मुझ पे बरसा दे ज़रा सा
तुझ में मिलूँ जैसे बादलों में बूँदों का हो मिलन
आ, रस्में सारी तोड़ दें, हम तोड़ें हर बंधन

हैं सावन देखे तो बहुत
है लगता आज ये अलग
इस बारिश में आ कर लें

तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात
तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात, तेरी-मेरी बात



Credits
Writer(s): Shankar, Basant Kumar Chaudhary, Shushat
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