Samandar Samandar (From "Barood")

समुन्दर-समुन्दर यहाँ से वहाँ तक
ये मौजों की चादर, बिछी आसमां तक
मेरे मेहरबाँ, मेरी हद है कहाँ तक
यहाँ तक, यहाँ तक, यहाँ तक

समुन्दर-समुन्दर यहाँ से वहाँ तक
ये मौजों की चादर बिछी आसमां तक
मेरे मेहरबाँ, मेरी हद है कहा तक
यहाँ तक, तो यहाँ तक, अच्छा यहाँ तक

मैं करती हूँ वादा उठाती हूँ कसमें
ये बुलबुल रहेंगी सदा तेरे बस में
मैं करती हूँ वादा उठाती हूँ कसमें
ये बुलबुल रहेंगी सदा तेरे बस में

मुझे कैद करते हो क्यूँ इस तपस में?
मैं उड़कर भी जाऊँगी आँखिर कहाँ तक

ये मौजों की चादर बिछी आसमां तक
मेरे मेहरबाँ, मेरी हद है कहाँ तक
यहाँ तक, बोलो यहाँ तक, यहाँ तक

मोहब्बत से ये कह रही है जवानी
सितम हो चुके अब करो मेहरबानी
मोहब्बत से ये कह रही है जवानी
सितम हो चुके अब करो मेहरबानी

हँसी प्यार की कोई छेड़ो कहानी
चली आई है बात दिल की ज़ुबा तक

ये मौजों की चादर बिछी आसमां तक
मेरे मेहरबाँ, मेरी हद है कहाँ तक
यहाँ तक, यहाँ तक, यहाँ तक

समुन्दर-समुन्दर यहाँ से वहाँ तक
ये मौजों की चादर बिछी आसमां तक
मेरे मेहरबाँ, मेरी हद है कहाँ तक
अच्छा यहाँ तक, तो यहाँ तक, यहाँ तक



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, S D Burman
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