Bheeni Bheeni Bhor

भीनी-भीनी भोर-भोर आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई
रूप-रूप पर छिड़के सोना
रूप-रूप पर छिड़के सोना
स्वर्ण कलश चमकाती आई-आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई

माथे सुनहरी टीका लगाए

माथे सुनहरी टीका लगाए
पात-पात पर गोटा लगाए
गोटा लगाए, गोटा लगाए

सात रंग की जाई आई-आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई

ओस धुले, मुख पोंछें सारे

ओस धुले, मुख पोंछें सारे
आँगन लेप गए उजियारे
उजियारे, उजियारे

सा रे गा मा धा नि गा मा धा नि
मा धा नि सा रे सा नि धा पा
सा नि धा मा धा नि धा मा गा रे सा
सा सा सा सा सा

जागो जागर की बेला आई-आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई
रूप-रूप पर छिड़के सोना
रूप-रूप पर छिड़के सोना
स्वर्ण कलश चमकाती आई-आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई
भीनी-भीनी भोर-भोर आई



Credits
Writer(s): Gulzar, R D Burman
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