Haathon Mein Haath

हाथों में हाथ, होंठों पे अफ़साने प्यार के
मंज़िल को अपनी चल दिए दीवाने प्यार के
हाथों में हाथ, होंठों पे अफ़साने प्यार के
मंज़िल को अपनी चल दिए दीवाने प्यार के

कब से दीवाना था दिल, तेरा परवाना था दिल
कर दिया तुझ पे सदक़े, तेरा नज़राना था दिल
दिल का अफ़साना कह के, प्यार की धुन में रह के
मैं भी हूँ खोई-खोई, तुम भी हो बहके-बहके

मस्ती में डूबे जाते हैं मस्ताने प्यार के
मंज़िल को अपनी चल दिए दीवाने प्यार के
हाथों में हाथ, होंठों पे अफ़साने प्यार के
मंज़िल को अपनी चल दिए दीवाने प्यार के

दिल की राहों में आजा, इन निगाहों में आजा
ऐ मेरे दिल की दुनिया, मेरी बाँहों में आजा
ऐसी मदहोशी क्या है? इतनी बेताबी क्या है?
सामने जब है मंज़िल, फिर तुम्हें जल्दी क्या है?

रह-रह के छलके जाते हैं पैमाने प्यार के
मंज़िल को अपनी चल दिए दीवाने प्यार के
हाथों में हाथ, होंठों पे अफ़साने प्यार के
मंज़िल को अपनी चल दिए दीवाने प्यार के



Credits
Writer(s): Ravi Shankar Sharma, Shakeel Badayuni
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link