Na Jhatko Zulf Se Pani (From "Shehnai")

ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी, ये मोती फूट जाएँगे
ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी, ये मोती फूट जाएँगे
तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा, मगर दिल टूट जाएँगे
ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी...

ये भीगी रात, ये भीगा बदन, ये हुस्न का आलम
ये भीगी रात, ये भीगा बदन, ये हुस्न का आलम
ये सब अंदाज़ मिलकर दो जहाँ को लूट जाएँगे
तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा, मगर दिल टूट जाएँगे
ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी...

ये नाज़ुक लब हैं या आपस में दो लिपटी हुईं कलियाँ?
ये नाज़ुक लब हैं या आपस में दो लिपटी हुईं कलियाँ?
ज़रा इनको अलग कर दो, तरन्नुम फूट जाएँगे
तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा, मगर दिल टूट जाएँगे
ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी...

हमारी जान ले लेगा ये नीची आँख का जादू
हमारी जान ले लेगा ये नीची आँख का जादू
चलो, अच्छा हुआ मर कर, जहाँ से छूट जाएँगे

तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा, मगर दिल टूट जाएँगे
ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी, ये मोती फूट जाएँगे
ना झटको ज़ुल्फ़ से पानी...



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Ravi Shankar
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