Sooni Raat Mein Kho Jaye

सूनी रात में खो गए
चाँद के साये
दो अकेले चल रहे है
रात अकेली, चाँद अकेला
हमसफ़र दो अजनबी थे
रात अकेली, चाँद अकेला

सूनी रात में खो गए
चाँद के साये

आवारा सफ़र जाए तो कहाँ?
वीराँ है ज़मीं, वीराँ आसमाँ
दो किनारे चल रहे है
रात अकेली, चाँद अकेला

आवाज़ों में है सन्नाटों की धुन
नग़मों की ज़ुबाँ, ख़ामोशी हो तुम
दो इशारे चल रहे है
रात अकेली, चाँद अकेला
दो अकेले चल रहे है
रात अकेली, चाँद अकेला

सूनी रात में खो गए
चाँद के साये



Credits
Writer(s): Gulzar, Hemant Kumar
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