Tauba Tumhare Ishar

तौबा! तुम्हारे ये इशारे
हम तो दीवाने हैं तुम्हारे

राज़ ये कैसे खोल रही हो?
तुम आँखों से बोल रही हो
जादू आते हैं तुमको सारे

तौबा! तुम्हारे ये इशारे
हम तो दीवानी हैं तुम्हारे

छु लेते हो तार जो दिल के
तुम ही बताओ तुम से मिलके
जानू दिल कोई क्यों ना हारे?

तौबा! तुम्हारे ये इशारे

जिस्म दमकता जादू-जादू
ज़ुल्फ़ घनेरी खुशबू-खुशबू
साँसें हमारी मेहकी-मेहकी
नज़रें तुम्हारी बेहेकी-बेहेकी

तुम्हारा बदन है जैसे चमन
होश उड़ा दे ये नज़ारे

तौबा! तुम्हारे ये इशारे
हम तो दीवानी हैं तुम्हारे

हो, राज़ ये कैसे खोल रही हो?
तुम आँखों से बोल रही हो
जादू आते हैं तुमको सारे

तौबा! तुम्हारे ये इशारे

हेहे-हेहे-हे-हे-ए
आआ-आ, आआ-आ-हा

कोई नशा है छलका-छलका
होश बचा है हल्का-हल्का
हम है जैसे खोये-खोये
जागे लेकिन सोये-सोये

मचलती रहो, पिघलती रहो
बाहों के घेरे में हमारे

तौबा! तुम्हारे ये इशारे
हम तो दीवानी हैं तुम्हारे

छु लेते हो तार जो दिल के
तुम ही बताओ तुम से मिलके
जानू दिल कोई क्यों ना हारे?

तौबा! तुम्हारे ये इशारे
हम तो दीवाने हैं तुम्हारे

राज़ ये कैसे खोल रही हो?
तुम आँखों से बोल रही हो
जादू आते हैं तुमको सारे

तौबा! तुम्हारे ये इशारे



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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