Roop Tera Aisa (From "Ek Bar Mooskura Do")

हारेगा जब कोई बाजी
तभी तो होगी किसी का जीत
दोस्त यही दुनिया की रीत
तुम्हें मुबारक मन का मीत

रूप तेरा ऐसा दर्पन में ना समाए

रूप तेरा ऐसा दर्पन में ना समाए
खुश्बू तेरे तन की मधुबन में ना समाए
हो मुझे खुशी मिली इतनी...
हो मुझे खुशी मिली इतनी के मन में ना समाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए

रूप तेरा ऐसा दर्पन में ना समाए
खुश्बू तेरे तन की मधुबन में ना समाए
हो मुझे खुशी मिली इतनी...
हो मुझे खुशी मिली इतनी के मन में ना समाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए

रूप तेरा ऐसा दर्पन में ना समाए
खुश्बू तेरे तन की मधुबन में ना समाए

मुझे ना मिली जो वो खुशी तू ने पाई
ऐ दोस्त मुबारक हो तुझे प्यार की शहनाई

मुझे ना मिली जो वो खुशी तू ने पाई
ऐ दोस्त मुबारक हो तुझे प्यार की शहनाई
दुवा मेरे दिल की...
दुआ मेरे दिल की दामन में ना समाए
तुझे प्यार मिले इतना जीवन में ना समाए

हो मुझे खुशी मिली इतनी...
हो मुझे खुशी मिली इतनी के मन में ना समाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए

रूप तेरा ऐसा दर्पन में ना समाए
खुश्बू तेरे तन की मधुबन में ना समाए

मीत मेरा छीन लिया
मीत मेरा छिन लिया तू ने छब दिखाके
सदा उसे रखना पलकों पे तू बिठा के
इतना सुख देना, जीवन में ना समाए
यूँ रस बरसाना, आँगन में ना समाए

हो मुझे खुशी मिली इतनी...
हो मुझे खुशी मिली इतनी के मन में ना समाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए

रूप तेरा ऐसा दर्पन में ना समाए
खुश्बू तेरे तन की मधुबन में ना समाए
हो मुझे खुशी मिली इतनी...
हो मुझे खुशी मिली इतनी के मन में ना समाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए

पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए
पलक बंद कर लूँ, कहीं छलक ही ना जाए



Credits
Writer(s): Shyamlal Harlal Rai Indivar, Onkar Prasad Nayyar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link