Rim Jhim

रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया
फिर भी मिलने को प्यासा हमारा जिया
रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया
फिर भी मिलने को प्यासा हमारा जिया
रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया

है पानी-पानी, झूमे जवानी, लब पे तराना
नैनों से बोले, मनवा में डोले सपना सुहाना
है पानी-पानी, झूमे जवानी, लब पे तराना
नैनों से बोले, मनवा में डोले सपना सुहाना

मचले उमंग, बिजली के संग
झूमे अंग-अंग, आ भी जा

ओ, रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया
फिर भी मिलने को प्यासा हमारा जिया
रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया

हैं प्यारे-प्यारे सारे नज़ारे, पर बिन तुम्हारे
कुछ भी ना भाए, दिल मेरा, हाय, तुझको पुकारे
हैं प्यारे-प्यारे सारे नज़ारे, पर बिन तुम्हारे
कुछ भी ना भाए, दिल मेरा, हाय, तुझको पुकारे

कैसा जादू किया, बहका है जिया
बिन पिए, पिया, छाया नशा

हो, रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया
फिर भी मिलने को प्यासा हमारा जिया
रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया
फिर भी मिलने को प्यासा हमारा जिया
रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, पिया



Credits
Writer(s): Vinod Bhatt
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