Pag Ghunghroo Baandh (From "Namak Halaal")

Hmm, hey, hey, hey
बुज़ुर्गों ने...

बुज़ुर्गों ने फ़रमाया के पैरों पे अपने खड़े होके दिखलाओ
फिर ये ज़माना तुम्हारा है
ज़माने के सुर, ताल के साथ चलते चले जाओ
फिर हर तराना तुम्हारा, फ़साना तुम्हारा है

अरे, तो लो भैया, हम अपने पैरों के ऊपर खड़े हो गए
और मिला ली है ताल
दबा लेगा दाँतों तले उँगलियाँ-लियाँ ये जहाँ देखकर
देखकर अपनी चाल
(वाह-वाह! वाह-वाह!) धन्यवाद

Hmm, के पग घुँघरू...
के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी

के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी
और हम नाचे बिन घुँघरू के
के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी

वो तीर भला किस काम का है
जो तीर निशाने से चूके-चूके-चूके रे?

के पग घुँघरू...
पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी
पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी, नाची थी, नाची थी, नाची, थी, हाँ
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी

स-स-स, ग-ग, रे-रे-सा, नि-नि-नि, सा-सा-सा
(स-स-स, ग-ग, रे-रे-सा, नि-नि-नि, सा-सा-सा)
स-स-स, ग-ग, रे-रे-सा, नि-नि-नि, सा-सा-सा
ग-ग-ग, प-प, म-म-ग, रे-रे-रे, ग-ग-ग
(ग-ग-ग, प-प, म-म-ग, रे-रे-रे, ग-ग-ग)

प-नि-सा (प-नि-सा), प-नि-सा (प-नि-सा)
म-प-नि (म-प-नि), म-प-नि (म-प-नि)
रे, रे, रे, रे, रे, रे, रे, रे, रे-ग, रे-ग, रे-ग, रे-ग, रे-ग
प, प, प, प, प, म-ग-रे, ध-नि-ध-प

स-नि-स-ध, स-नि-स-ध, स-नि-स-ध, स-नि-स-ध
स-ध-नि-स, स-ध-नि-स, स-ध-नि-स, स-ध...

प-म, प-म, ग-म-ग-रे, ग-रे-सा-ग, सा-नि-सा
सा, रे-ग, रे-ग, रे-म, ग-म, ग-म, प-म, प-म, प-म, ग-रे-सा-नि-ध-प-सा
प-म, ग-रे-सा-नि-ध-प-सा
प-म, ग-रे-सा-नि-ध-प-सा

Hmm, आप अंदर से कुछ और बाहर से कुछ और नज़र आते हैं
बाख़ुदा शक्ल से तो चोर नज़र आते हैं
उम्र गुज़री है सारी चोरी में
सारे सुख-चैन बंद जुर्म की तिजोरी में

आपका तो लगता है बस यही सपना
राम-राम जपना, पराया माल अपना
आपका तो लगता है बस यही सपना
राम-राम जपना, पराया माल अपना

वतन का खाया नमक तो नमक हलाल बनो
फ़र्ज़ ईमान की ज़िंदा यहाँ मिसाल बनो
पराया धन, परायी नार पे नज़र मत डालो
बुरी आदत है ये, आदत अभी बदल डालो

क्योंकि...
ये आदत तो वो आग है जो
एक दिन अपना घर फूँके-फूँके-फूँके रे

के पग घुँघरू...
पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी
पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी, नाची थी, नाची थी, नाची थी, हाँ
के पग घुंघरू बाँध मीरा नाची थी

(Dance, dance, dance)
(Dance, dance, dance)

(Do a little love, little little love)
(La, la-la-la, la-la, la-la, la)
(Do a little love, little little love)
(La, la-la-la, la-la, la-la, la)

मौसम-ए-इश्क़ में मचले हुए अरमान हैं हम
दिल को लगता है के दो जिस्म, एक जान हैं हम
ऐसा लगता है तो लगने में कुछ बुराई नहीं
दिल ये कहता है, "आप अपनी हैं, पराई नहीं"

संग-ए-मरमर की, हाय, कोई मूरत हो तुम
बड़ी दिलकश, बड़ी ख़ूबसूरत हो तुम
दिल-दिल से मिलने का कोई महूरत हो
प्यासे दिलों की ज़रुरत हो तुम

दिल चीर के दिखला दूँ मैं, दिल में यही सूरत हसीं
क्या आपको लगता नहीं, हम हैं मिले पहले कहीं?

क्या देश है? क्या जात है? क्या उम्र है? क्या नाम है?
अरे, छोड़िए, इन बातों से हमको भला क्या काम है
अजी, सुनिए तो...

हम-आप मिलें तो फिर हों शुरू
अफ़साने लैला-मजनूँ, लैला-मजनूँ के

के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी
और हम नाचे बिन घुंघरू के
के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी

(के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी)
(के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी)
(के पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी)

(पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी)
(पग घुँघरू बाँध मीरा नाची थी)



Credits
Writer(s): Anjaan, Mehra Prakash, Bappi Lahiri
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