O Sathi Chal (From "Seeta Aur Geeta")

Asha जो को गाने के साथ-साथ खाने का भी बहुत शौक़ है
मैं आपको बताऊँ, इतना लज़ीज़, इतना बेहतरीन
इतना अच्छा, tasty खाना पकाती हैं
कि सोच-सोच के मेरे मुँह में से अभी भी पानी टपक रहा है
यही वजह है कि उनका restaurant भी है
उन्हें खाने में seafood बहुत अच्छा लगता है
ख़ास तौर पे झींगे यानी prawns
और वो ते ये कहती हैं "कि प्राण जाए पर prawn ना जाए"

हवा के साथ-साथ (अरे-रे-रे-रे)
घटा के संग-संग (सँभलना)
हवा के साथ-साथ
घटा के संग-संग
ओ, साथी चल

मुझे लेके साथ चल तू
यूँ ही दिन-रात चल तू
संभल, मेरे साथ चल तू
ले हाथों में हाथ चल तू
ओ, साथी चल

मुझे लेके साथ चल तू
यूँ ही दिन-रात चल तू
संभल, मेरे साथ चल तू
ले हाथों में हाथ चल तू
ओ, साथी चल

एक तो ये मौसम है बड़ा सुहाना
एक तो ये मौसम है बड़ा सुहाना
उसपे अपना दिल भी है दीवाना
ओ, परबत से आके ना टकरा जाना

तू बन के बादल
ओ, साथी चल

मुझे लेके साथ चल तू
यूँ ही दिन-रात चल तू
संभल, मेरे साथ चल तू
ले हाथों में हाथ चल तू
ओ, साथी चल
हँसती है ये दुनिया तो हँसने दे
हँसती है ये दुनिया तो हँसने दे
अरे, नागन बनके इस रुत को डसने दे
हो, मुझको अपनी आँखों में बसने दे

तू बन के काजल
ओ, साथी चल

मुझे लेके साथ चल तू
यूँ ही दिन-रात चल तू
संभल, मेरे साथ चल तू
ले हाथों में हाथ चल तू
ओ, साथी चल
अपनी रेश्मी ज़ुल्फ़ें लहराने दे
अपनी रेश्मी ज़ुल्फ़ें लहराने दे
मुझको अपनी बाँहों में आने दे
थक गई आज बहुत मैं, अब जाने दे ना

मिलेंगे फिर कल
ओ, साथी चल



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Rahul Dev Burman
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