Pal Pal Dil Ke Paas - From "Blackmail"

पल-पल दिल के पास तुम रहती हो
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो
"जीवन मीठी प्यास," ये कहती हो
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो

हर शाम आँखों पर तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की बारात ले आए
मैं साँस लेता हूँ, तेरी ख़ुशबू आती है
एक महका-महका सा पैग़ाम लाती है

मेरे दिल की धड़कन भी तेरे गीत गाती है
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो

कल तुझको देखा था मैंने अपने आँगन में
जैसे कह रही थी तुम, "मुझे बाँध लो बंधन में"
ये कैसा रिश्ता है? ये कैसे सपने हैं?
बेगाने होकर भी क्यूँ लगते अपने हैं?

मैं सोच मैं रहता हूँ, डर-डर के कहता हूँ
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो

तुम सोचोगी, क्यूँ इतना मैं तुमसे प्यार करूँ
तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इक़रार करूँ
दीवानों की ये बातें दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है परवाने जानते हैं

तुम यूँ ही जलाते रहना, आ-आ कर ख़्वाबों में
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो
"जीवन मीठी प्यास," ये कहती हो

पल-पल दिल के पास तुम रहती हो



Credits
Writer(s): Kalyanji Anandji, Rajendra Krishan
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link