Paon Chhoo Lene Do Phoolon Ko - From "Taj Mahal"

पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी, इनायत होगी
वर्ना हमको नहीं इनको भी शिकायत होगी, शिकायत होगी

आप जो फूल बिछाएँ, उन्हें हम ठुकराएँ
आप जो फूल बिछाएँ, उन्हें हम ठुकराएँ
हम को डर है...
हम को डर है के ये तौहीन-ए-मोहब्बत होगी, मोहब्बत होगी

दिल की बेचैन उमंगो पे करम फ़र्माओ
दिल की बेचैन उमंगो पे करम फ़र्माओ
इतना रुक-रुक...
इतना रुक-रुक के चलोगी तो क़यामत होगी, क़यामत होगी
पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी, इनायत होगी

शर्म रोके है इधर, शौक उधर खींचे है
शर्म रोके है इधर, शौक उधर खींचे है
क्या खबर थी...
क्या खबर थी कभी इस दिल की ये हालत होगी, ये हालत होगी

शर्म गैरों से हुआ करती है अपनों से नहीं
शर्म गैरों से हुआ करती है अपनों से नहीं
शर्म हम से...
शर्म हम से भी करोगी तो मुसीबत होगी, मुसीबत होगी

पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी, इनायत होगी
हमको नहीं इनको भी शिकायत होगी, शिकायत होगी



Credits
Writer(s): Roshan, N/a Sahir
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