Sanyaji Ney Ghar Banwaya - Bandish / Soundtrack Version

सैयाँ जी ने घर बनवाया...
सैयाँ जी ने घर बनवाया, कैसा तंग निगोड़ा
ठीक से अंदर-बाहर जाने को रस्ता ना छोड़ा
एक तरफ़ से मैं आई...
एक तरफ़ से मैं आई, एक तरफ़ से देवर जी

दरवज्जे में...
ओए-होए, दरवज्जे फँस गए दोनों, धक्कम-धक्का हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, धक्कम-धक्का हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, धक्कम-धक्का हुई गवा

दरवज्जे के नाम पे रख दी...
दरवज्जे के नाम पे रख दी इक छोटी सी खिड़की, खिड़की

दरवज्जे के नाम पे रख दी इक छोटी सी खिड़की
आते-जाते ठोकर खाऊँ, आते-जाते ठोकर खाऊँ
सास मुझे दे झिड़की, झिड़की
सास मुझे दे झिड़की, सास मुझे दे झिड़की
सास-ससुर भी जब बाहर से आए घर के अंदर जी

दरवज्जे में...
ओए-होए, दरवज्जे में फँस गए दोनों, धूम-धड़ाका हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, धूम-धड़ाका हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, धूम-धड़ाका हुई गवा

एक सुबह की बात सुनो, एक सुबह की बात सुनो
एक सुबह की बात सुनो, हम दोनों को थी जल्दी
इस जल्दी-जल्दी में मैं भी साथ पिया के चल दी
मुझ को ਮੰਦਰ जाना था, मुझ को ਮੰਦਰ जाना था
उन को जाना था दफ़्तर जी

दरवज्जे में...
आए-हाए, दरवज्जे में फँस गए दोनों, आँख-मटक्का हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, आँख-मटक्का हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, आँख-मटक्का हुई गवा

सोच के जाने क्या बाबुल ने भेज दी मेरी डोली
सोच के जाने क्या बाबुल ने भेज दी मेरी डोली
इस छोटे से आँगन में क्या खेलूँ आँख-मिचौली
इक दिन सपने में आए राजेंदर और जितेंदर जी

दरवज्जे में...
ओए-होए, दरवज्जे में फँस गए दोनों, मुक्कम-मुक्का हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, मुक्कम-मुक्का हुई गवा
दरवज्जे में फँस गए दोनों, धक्कम-धक्का हुई गवा



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelal
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