Dil Tarasta Hai - Original

एक ख़लिश दिल की ये क्या से क्या कर गई
ख़ुशियों की आँख में बारिशें भर गईं
लोग अपनों से भी बेख़बर हो गए
ख़ुशबूएँ छूने की शौक़ में खो गए
ख़ुशबूएँ छूने की शौक़ में खो गए

पा के जुगनू ज़रा रौशनी के लिए
दिल तरसता है अब ज़िंदगी के लिए

सुर्ख़ फूलों के जो नर्म साए मिलें
अपनों की शक्ल में जो पराए मिलें
सुर्ख़ फूलों के जो नर्म साए मिलें
अपनों की शक्ल में जो पराए मिलें

इनके पीछे ज़रा सोच के भागिए
कच्चे रंगों की हैं तितलियाँ देखिए
कच्चे रंगों की हैं तितलियाँ देखिए
एक पल ही मिला था ख़ुशी के लिए
दिल तरसता है अब ज़िंदगी के लिए

एक ख़्वाहिश में थी सैकड़ों आँधियाँ
पल में बिखरे सभी रिश्तों के आशियाँ
एक ख़्वाहिश में थी सैकड़ों आँधियाँ
पल में बिखरे सभी रिश्तों के आशियाँ

प्यासे लब का यही सब को हासिल मिला
जुस्तजू दरिया थी, ख़ुश्क साहिल मिला
जुस्तजू दरिया थी, ख़ुश्क साहिल मिला
खो के नींदें किसी अजनबी के लिए
दिल तरसता है अब ज़िंदगी के लिए



Credits
Writer(s): Vishal Dadlani, Panchhi Jalonvi
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