Jab Haal E Dil Tumse Kehne Ko (From"Salaami")

जब हाल-ए-दिल तुमसे कहने को मैं मिलने आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन, मैं सोच में पड़ जाती हूँ
जब हाल-ए-दिल...

जब हाल-ए-दिल तुमसे कहने को मैं मिलने आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन, मैं सोच में पड़ जाती हूँ
जब हाल-ए-दिल...

दिल तो दीवाना है, मैंने जाना है
इसलिए तो तुम्हें दिलबर माना है
यूँ दिल को किसी के तरसाना अच्छी बात नहीं
सच्चे प्रेमी को तड़पाना अच्छी बात नहीं

मैं ना देखूँ जब तलक तुझको, ना चैन पाती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन, मैं सोच में पड़ जाती हूँ
जब हाल-ए-दिल...

ये इश्क़ नहीं आसाँ, बस इतना समझ लीजे
इक आग का दरिया है, और डूब के जाना है

इश्क़ वाले किसी आग से ना डरें
प्यार की राह में मर के भी वो चलें
चाहे कुछ भी अब हो जाए तेरे प्यार में
है प्यार बिना रखा भी क्या इस संसार में?

तू याद आए जिस घड़ी मुझको, मैं दौड़ी आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन, मैं सोच में पड़ जाती हूँ
जब हाल-ए-दिल...

जब हाल-ए-दिल तुमसे कहने को मैं मिलने आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन, मैं सोच में पड़ जाती हूँ
मैं सोच में पड़ जाती हूँ, मैं सोच में पड़ जाती हूँ



Credits
Writer(s): Nadeem Saifi, Surendra Saathi, Shravan Rathod
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