Sabke Jage Huye

रात-भर दीदा-ए-नमनाक में लहराते रहे
साँस की तरह से आप आते रहे, जाते रहे

शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी, हाय
आपके आने की एक आस थी, अब जाने लगी
शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी, हाय
आपके आने की एक आस थी, अब जाने लगी

ख़ुश थे हम अपनी तमन्नाओं का ख़ाब आएगा
ख़ुश थे हम अपनी तमन्नाओं का ख़ाब आएगा
नज़रें नीची किए, शरमाए हुए आएगा
काकुलें चेहरे पे बिखराए हुए आएगा
काकुलें चेहरे पे बिखराए हुए आएगा

पतियाँ खड़की तो हम समझे कि आप आ ही गए, हाय
सज्दे मस्जूद के माबूद को हम पा ही गए
शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी, हाय
आपके आने की एक आस थी, अब जाने लगी

सुबह ने सेज से उठते हुए ली अंगड़ाई
सुबह ने सेज से उठते हुए ली अंगड़ाई
ऐ सुबह, तू भी जो आई तो अकेली आई
मेरी महबूब, मेरे होश उड़ाने वाली
मेरी मस्जूद, मेरी रूह पे छाने वाली

आ भी जा, ताकि मेरे सजदों का अरमाँ निकले, हाय
आ भी जा, ताकि तेरे क़दमों पे मेरी जाँ निकले
शब के जागे हुए तारों को भी नींद आने लगी, हाय
आपके आने की एक आस थी, अब जाने लगी

रात-भर दीदा-ए-नमनाक में लहराते रहे
साँस की तरह से आप आते रहे, जाते रहे



Credits
Writer(s): Anu Malik, Nida Fazli
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