Yaad Nahin

याद नहीं क्या-क्या देखा था
सारे मंज़र भूल गये
याद नहीं क्या-क्या देखा था
सारे मंज़र भूल गये

उसकी गलियों से जब गुज़रे
अपना ही घर भूल गये
याद नहीं क्या-क्या देखा था
सारे मंज़र भूल गये

उसकी गलियों से जब गुज़रे
अपना ही घर भूल गये
याद नहीं
याद नहीं

ख़ूब गये परदेस के अपने
दीवार-ओ-दर भूल गये
ख़ूब गये परदेस
ख़ूब गये परदेस के अपने
दीवार-ओ-दर भूल गये
शीशमहल ने ऐसा घेरा
मिट्टी के घर भूल गये

उसकी गलियों से जब गुज़रे
अपना ही घर भूल गये
याद नहीं
याद नहीं

मुझको जिन्होने क़त्ल किया है
कोई उन्हे बतलाये नज़ीर
मुझको जिन्होने क़त्ल किया है
कोई उन्हे बतलाये नज़ीर
मेरी लाश के पहलू
वो अपना ख़न्जर भूल गये
मेरी लाश के पहलू
वो अपना ख़न्जर भूल गये

उसकी गलियों से जब गुज़रे
अपना ही घर भूल गये
याद नहीं क्या-क्या देखा था
सारे मंज़र भूल गये

उसकी गलियों से जब गुज़रे
अपना ही घर भूल गये
याद नहीं
याद नहीं



Credits
Writer(s): Nazir Baqari
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link