Aake Teri Baahon Mein (From "Vansh")

आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
मेरे मन को महकाएँ...
मेरे मन को महकाएँ तेरे मन की कस्तूरी

आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
मेरे मन को महकाएँ...
मेरे मन को महकाएँ तेरे मन की कस्तूरी

आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
हो, आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी

महकी हवाएँ, उड़ता आँचल
लट घुंघराले, काले बादल
हाँ, महकी हवाएँ, उड़ता आँचल
लट घुंघराले, काले बादल
प्रेम सुधा नैनों से बरसे
पी लेने को जीवन तरसे

बाँहों में कस लेने दे, प्रीत का चुंबन देने दे
बाँहों में कस लेने दे, प्रीत का चुंबन देने दे
इन अधरों से छलक ना जाए...
इन अधरों से छलक ना जाए यौवन रस अंगूरी

आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी

सुंदरता का बहता सागर
तेरे लिए है रूप की गागर
हो, सुंदरता का बहता सागर
तेरे लिए है रूप की गागर
इंद्रधनुष के रंग चुराऊँ
तेरी ज़ुल्मी मांग सजाऊँ

दो फूलों के खिलने का, वक़्त यही है मिलने का
दो फूलों के खिलने का, वक़्त यही है मिलने का
आजा, मिलके आज मिटा दे...
आजा, मिलके आज मिटा दे थोड़ी सी ये दूरी

आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
हो, आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
मेरे मन को महकाएँ...
मेरे मन को महकाएँ तेरे मन की कस्तूरी

आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी
आके तेरी बाँहों में हर शाम लगे सिंदूरी



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Anand Milind
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