Halka Halka Chhaya

मोहब्बत कर के किसे चैन आए? हाँ
कभी दिल धड़के, कभी घबराए

हलका-हलका छाया नशा
बोलो-बोलो जादू है क्या?
जागी-जागी रैना ढले
मेरा खुद पे बस ना चले

मोहब्बत कर के किसे चैन आए? हाँ
कभी दिल धड़के, कभी घबराए

मुखड़े को देखूँ मैं मेरी जाँ चेहरे से गेशु हटा
होंठों को छूने दे होंठों से, अरे, गालों की लाली लूटा
रहने दे, रहने दे ये फ़ासला
आने दे मिलने का मौसम ज़रा

भला अपनों से कोई शरमाए
हो, कभी दिल धड़के, कभी घबराए

बेताबी कैसी है? मेरी जाँ मुझको नहीं है पता
छेड़े क्यूँ? ऐसे में जान-ए-मन आती है मुझको हया
हो, पागल है, नादाँ है समझेगी क्या?
इस बेखुदी का है अपना मज़ा

मेरा दीवाना मुझे तड़पाए
हाँ, कभी दिल धड़के, कभी घबराए

हलका-हलका छाया नशा
बोलो-बोलो जादू है क्या?
जागी-जागी रैना ढले
मेरा खुद पे बस ना चले

मोहब्बत कर के किसे चैन आए? हाँ
कभी दिल धड़के, कभी घबराए



Credits
Writer(s): Ravindra Jain, Sameer Lalji Anjaan, Anand Chitragupt
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