Jab Haal E Dil

आहें भरने लगा ये दिल-ए-बक़रार
तुम से ही ज़िंदगी में सनम थी बहार
तू चैन मेरा, तू प्यार मेरा, ओ, जान-ए-जिगर
मेरे प्यार से क्यूँ, ऐ जान-ए-वफ़ा, तू है बेख़बर?

मैं रात और दिन गीत बस तेरे ही गुनगुनाती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन मैं सोच में पड़ जाती हूँ

जब हाल-ए-दिल...
जब हाल-ए-दिल तुम से कहने को मैं मिलने आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन मैं सोच में पड़ जाती हूँ



Credits
Writer(s): Nadeem Saifi, Surendra Saathi, Shravan Rathod
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link