Oodi Oodi Chhai Ghata

उदी-उदी छायी घटा, जिया लहराए
(उदी-उदी छायी घटा, जिया लहराए)

पिया-पिया हौले-हौले पपिहरा गाए (पपिहरा गाए)

आई रे सावन रुत, हे री सखी
(उदी-उदी छायी घटा)


(ओ)

दूर हवा में उड़ता जाए एक पंक्षी सा जोड़ा
(बेला मिलन की जब मैं देखूँ, ललचाए मन मोरा)
ओ, आँख-मिचोली मिल-मिल खेलें, फूलों के संग होरा
(काँपी नजरिया ऐसी मारे डर के दिल-दिल मोरा)

कोई गोरी चोरी-चोरी नैनों में समाए (पपिहरा गाए)

आई रे सावन रुत, हे री सखी
(उदी-उदी छायी घटा)


(ओ)

पी का संदेशा लेकर आए, आज बदरवा का रे?
(माकट बिंदिया चमकन लागी रे, नैन भये कजरा रे)
ओ, कोयल कूके, मोर भी नाचे, मनवा तू भी गा रे
(प्रेम की बंसी ऐसी बाजी दूर हुए दुख सारे)

राती बीती सूनी-सूनी, दिने के दिन आए (पपिहरा गाए)

आई रे सावन रुत, हे री सखी
(उदी-उदी छायी घटा)



Credits
Writer(s): Shakeel Badayuni, Ali Naushad
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