Panditji Mere Marne Ke Baad - Original

ना धरम बुरा
ना करम बुरा
ना गंगा बुरी
ना जल बुरा
ना धरम बुरा, ना करम बुरा
ना गंगा बुरी, ना जल बुरा

पर पीने वालों को पंडितजी
ना करना कभी नसीहत
पीनेवाला मरते-मरते
बस करता यही वसीयत

ओ, पंडितजी मेरे मरने के बाद
पंडितजी मेरे मरने के बाद
पंडितजी मेरे मरने के बाद बस
इतना कष्ट उठा लेना
मेरे मुँह में गंगाजल की जगह
मेरे मुँह में गंगाजल की जगह
थोड़ी मदिरा टपका देना

पंडितजी मेरे मरने के बाद बस
इतना कष्ट उठा लेना
मेरे मुँह में गंगाजल की जगह
थोड़ी मदिरा टपका देना
पंडितजी मेरे मरने के बाद
पंडित जी

सदियों पुराने मयख़ाने से
थोड़ी मिट्टी मँगवा लेना
सदियों पुराने मयख़ाने से
थोड़ी मिट्टी मँगवा लेना
उस मिट्टी को समझ के चन्दन
उस मिट्टी को समझ के चन्दन
मेरे माथे तिलक लगा देना

पंडितजी मेरे मरने के बाद
पंडितजी, मरने के बाद

मौत पे मेरी, ओ पीनेवाले
मौत पे मेरी, ओ पीनेवाले
आँख जो तेरी भर आए
मौत पे मेरी, ओ पीनेवाले
आँख जो तेरी भर आए
पी जाना तू आँख के आँसू
पी जाना तू आँख के आँसू
पर कुछ जाम बहा देना

पंडितजी मेरे मरने के बाद
पंडितजी मेरे मरने के बाद

ला-ला-ला-ला-ला-ला, ला-ला-ला-ला-ला

सफ़र आखिरी लंबा है
सफ़र आखिरी लंबा है
कोई साथ में साथी तो चाहिए
सफ़र आखिरी लंबा है
कोई साथ में साथी तो चाहिए
झूमती पहुँचूँ जन्नत तक मैं
झूमती पहुँचूँ जन्नत तक
इक बोतल साथ टिका देना

पंडितजी मेरे मरने के बाद बस
इतना कष्ट उठा लेना
मेरे मुँह में गंगाजल की जगह
थोड़ी मदिरा टपका देना

पंडितजी मेरे मरने के बाद
पंडित जी, मरने के बाद



Credits
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Varma Malik
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