Anhad Naad

हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया
हाल सुना के लुत्फ़ वो पाया
हो.जो बरखा विच पेड़ नहाया
हाए हाल सुना के लुत्फ़ वो पाया
हो.जो बरखा विच पेड़ नहाया
रोम रोम मेरे घुँघरू छनके
हो. रोम रोम मेरे घुँघरू छनके
लोग कहें मस्ताना आया हुण मैं अनहद
हुण मैं अनहद नाद बजाया

अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया

नच नच मैं गलियाँ विच घूमा
इसदा उसदा माथा चूमा
हाय नच नच मैं गलियाँ विच घूमा
हो इसदा उसदा माथा चूमा
इक पंछी कंधे पर रक्खा
हो इक पंछी कंधे पर रक्खा
इक नदिया को गोद उठाया
हुण मैं अनहद
हुण मैं अनहद नाद बजाया.
अपने दिल का हाल सुनाया.

टप टप टपके नाद सुरीला
लप लप लपकुन मैं ये लीला
हो.
टप टप टपके नाद सुरीला
लप लप लपकुन मैं ये लीला

हर हर शहर हैरानि में है
होये.
हर हर शहर हैरानि में है
नाम नाम ने ना खूब रुलाया

हुण मैं अनहद
हुण मैं अनहद नाद बजाया

अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया

हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया
अपने दिल का हाल सुनाया
हुण मैं अनहद नाद बजाया



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir, Sandesh Shandilya
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