Maiqada Aur Sajhade Saqi - Live

आँसुओं को "शराब" कहते हैं
ज़िंदगी को "अज़ाब" कहते हैं
हमसे मिलिए तो सोच-समझ कर मिलिए
लोग हमको "ख़राब" कहते हैं

मय-कदा...
मय-कदा और सजा दे, साक़ी
मय-कदा और सजा दे, साक़ी
अपनी पलकों को बिछा दे, साक़ी
मय-कदा और सजा दे, साक़ी
मय-कदा...

दर तेरा छोड़ कर ना जाऊँ कहीं
दर तेरा छोड़ कर ना जाऊँ कहीं
दर तेरा छोड़ कर ना जाऊँ कहीं

ऐसा दीवाना बना दे, साक़ी
ऐसा दीवाना बना दे, साक़ी
अपनी पलकों को बिछा दे, साक़ी
मय-कदा और सजा दे, साक़ी
मय-कदा...

तेरी आँखें हैं छलकते साग़र
तेरी आँखें हैं छलकते साग़र
तेरी आँखें हैं छलकते साग़र

इन्हीं आँखों से पिला दे, साक़ी
इन्हीं आँखों से पिला दे, साक़ी
अपनी पलकों को बिछा दे, साक़ी
मय-कदा और सजा दे, साक़ी
मय-कदा...

'गर पिलाना है मोहब्बत की शराब
'गर पिलाना है मोहब्बत की शराब
'गर पिलाना है मोहब्बत की शराब

जाम होंठों से लगा दे, साक़ी
जाम होंठों से लगा दे, साक़ी
अपनी पलकों को बिछा दे, साक़ी
मय-कदा...
मय-कदा और सजा दे, साक़ी
मय-कदा और सजा दे, साक़ी

सजा दे, साक़ी
सजा दे, साक़ी
सजा दे, साक़ी



Credits
Writer(s): Roopkumar Rathod, Sabir Jalalabadi
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