Ae Phansa

ए, फँसा
उसका छूटा घर-बार संसार जो करके प्यार यार
किसी के दिल में बसा, बसा, बसा

ए, फँसा
उसका छूटा घर-बार संसार जो करके प्यार यार
किसी के दिल में बसा, बसा, बसा
ए, ए, ए, ए, फँसा

ये एक साल बचपन और जवानी के बीच का बड़ा बुरा होता है
ये एक साल नौजवानों का, नादानों का दीवानों का ये एक साल
बचपन और जवानी के बीच का बड़ा बुरा होता है

आशिक़ का हो गया नाम बदनाम
हुआ अंजाम सुबह-ओ-शाम
ज़माना हँसा, हँसा, हँसा

ए, फँसा
उसका छूटा घर-बार संसार जो करके प्यार यार
किसी के दिल में बसा, बसा, बसा
ए, ए, ए, ए, फँसा

बचा के आँख पंक्षी पिंजरा लेके उड़ जाए तो शायद जान बच जाए
बचा के आँख किसी झरोखे से, किसी मौके से, कभी धोखे से
बचा के आँख पंक्षी पिंजरा ले के उड़ जाए तो शायद जान बच जाए

जीना हुआ दुश्वार दिलदार
के लगा आर-पार तीर किसी ने कसा, कसा, कसा

ए, ए, ए, ए, फँसा
उसका छूटा घर-बार संसार जो करके प्यार यार
किसी के दिल में बसा, बसा, बसा
ए, फँसा



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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