Jhoota Kahin Ka

झूठा कहीं का

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला
झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

रूठे तू जभी, तभी तेरी कसम जान जाए
कोई समझाए इसे अब तो ज़रा मन जाए

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

रूठे तू जभी, तभी तेरी कसम जान जाए
कोई समझाए इसे अब तो ज़रा मन जाए

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

देखे अगर तू प्यार से मुझको
हंस के मैं दे दूंगी पिया जान भी तुझको
देखे अगर तू प्यार से मुझको
हंस के मैं दे दूंगी जिया जान भी तुझको

होठों पे घड़ी-घड़ी तेरा ही बस नाम आए
कोई समझाए इसे अब तो ज़रा मान जाए

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

रोज़ लगे न प्रीत के मेले
आज तो बेदर्दी मुझे बाँहों में लेले
रोज़ लगे न प्रीत के मेले
आज तो बेदर्दी मुझे बाँहों में लेले
देखो निर्मोही बिना बात के ही रूठ जाए
कोई समझाए इसे अब तो ज़रा मान जाए

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला
जिसे है मेरी बफाओं से गिला

रूठे तू जभी, तभी तेरी कसम जान जाए
कोई समझाए इसे अब तो ज़रा मन जाए
झूठा कहीं का मुझे ऐसा मिला



Credits
Writer(s): Gulshan Bawra, Rahul Dev Burman
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