Sun Ri Pawan Pawan Purvaiya

सुन री पवन
सुन री पवन, पवन पुरवैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया

सुन री पवन, पवन पुरवैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया
तू बन जा साथिया

चल तू मेरा आँचल थाम के
अनजाने रस्ते इस गाम के
चल तू मेरा आँचल थाम के
अनजाने रस्ते इस गाम के
साथी हैं ये मेरे नाम के
नैन ये निगोड़े किस काम के

डोले मेरा मन, ऐसे जैसे नैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया
तू बन जा साथिया

कोई तो हो ऐसा पूछे बात जो
गिरूँ तो पकड़ लेवे हाथ जो
कोई तो हो ऐसा पूछे बात जो
गिरूँ तो पकड़ लेवे हाथ जो
हँसे-रोए सदा मेरे साथ जो
सोए-जागे संग दिन-रात जो

ऐसे हो मिलन, जैसे धूप-छैंया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया

सुन री पवन, पवन पुरवैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया
तू बन जा साथिया



Credits
Writer(s): S.d. Burman, Anand Bakshi
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