Main Hoon Khushrang Henna - Version 1

किस लिए मासूम रूहों को तड़पने की सज़ा?
अपने बंदों की खुशी से क्यूँ जला करता है तू?
मुंसिफ़-ए-तक़दीर मिल जाएगा तो पूछेंगे हम
"किस बिनाह पे ज़िंदगी का फ़ैसला करता है तू?"

मैं हूँ खुशरंग हिना, प्यारी खुशरंग हिना
ज़िंदगानी में कोई रंग नहीं मेरे बिना
ओ, मैं हूँ खुशरंग हिना, प्यारी खुशरंग हिना

अपने प्यारों की खुशी जो मना भी ना सके
अपने प्यारों की खुशी जो मना भी ना सके
अपने महबूब का ग़म जो उठा भी ना सके
अपने महबूब का ग़म जो उठा भी ना सके

तेरे पहलूँ में दिल इतना तो नहीं तंग, हिना
हो, मैं हूँ खुशरंग हिना, प्यारी खुशरंग हिना

हो वो औरत के हिना फ़र्क किस्मत में नहीं
हो वो औरत के हिना फ़र्क किस्मत में नहीं
रंग लाने के लिए दोनों पिसती ही रही
रंग लाने के लिए दोनों पिसती ही रही

मिट के खुश होने का दोनों का है एक ढंग, हिना
हो, मैं हूँ खुशरंग हिना, प्यारी खुशरंग हिना



Credits
Writer(s): Ravindra Jain
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