Yeh Subah Suhani Ho

बीती हुई रात की सुनाती है कहानी
बीती हुई रात की सुनाती है कहानी
ये सुबह सुहानी, हो

कलियों का बचपन, फूलों की जवानी
कलियों का बचपन, फूलों की जवानी
ये सुबह सुहानी, हो, सुबह सुहानी, हो

दूर किसी देस सब सितारे चले गए
नींद गई, ख़्वाब गए, सारे चले गए
नींद गई, ख़्वाब गए, सारे चले गए

जाते हुए दे गए...
जाते हुए दे गए रुत को इक निशानी
ये सुबह सुहानी, हो, सुबह सुहानी, हो

डाल-डाल से सब पंछी निकल पड़े
दिन के मुसाफ़िर अपने रस्ते चल पड़े
दिन के मुसाफ़िर अपने रस्ते पे चल पड़े

बाँटती फिरती है...
बाँटती फिरती है कलियों में ज़िंदगानी
ये सुबह सुहानी, हो, सुबह सुहानी, हो

ऐ मेरे दिल, कुछ भूला तो मैं नहीं?
ये रंग-रूप पहले देखा है कहीं
ये रंग-रूप पहले देखा है कहीं

साथ लेके आई...
साथ लेके आई यादें कई पुरानी
ये सुबह सुहानी, हो

बीती हुई रात की सुनाती है कहानी
कलियों का बचपन, फूलों की जवानी
ये सुबह सुहानी, हो, सुबह सुहानी, हो



Credits
Writer(s): Ravindra Jain, Anand Bakshi
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