Aawargi Yeh Dil Yeh Pagal Dil Mera - Original

ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?

इस दश्त में इक शहर था...
इस दश्त में इक शहर था वो क्या हुआ, आवारगी?
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?
आवारगी, आवारगी, आवारगी
ये दिल...

बाबुल मोरा, नैहर छूट ही जाए

कल शब मुझे बे-शक्ल की आवाज़ ने चौंका दिया
कल शब मुझे बे-शक्ल की आवाज़ ने चौंका दिया

मैंने कहा, "तू कौन है?"
मैंने कहा, "तू कौन है?", उसने कहा, "आवारगी"
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?

इस दश्त में इक शहर था...
इस दश्त में इक शहर था वो क्या हुआ, आवारगी?
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?
आवारगी, आवारगी, आवारगी
ये दिल...

इक अजनबी झोंके ने जब पूछा मेरे ग़म का सबब
इक अजनबी झोंके ने जब पूछा मेरे ग़म का सबब

सहरा की भीगी रेत पर...
सहरा की भीगी रेत पर मैंने लिखा आवारगी
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?

इस दश्त में इक शहर था...
इस दश्त में इक शहर था वो क्या हुआ, आवारगी?
ये दिल, ये पागल दिल मेरा क्यूँ बुझ गया, आवारगी?
आवारगी, आवारगी, आवारगी
ये दिल...



Credits
Writer(s): Mohsin Naqvi, Ghulam Ali Sh
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