Na Marte Hum

हाए, ना मरते हम, तो क्या करते?
हज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)
फिर आगे कुछ नहीं देखा
नज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)

ना मरते हम, तो क्या करते?
हज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)

(मेरे सनम)

हो, आशिक़ी तो दिल से देखती है, पलक ना खोले तो क्या
हुस्न की अदा पुकारती है, जो लब ना बोले तो क्या
आशिक़ी तो दिल से देखती है, पलक ना खोले तो क्या
हुस्न की अदा पुकारती है, जो लब ना बोले तो क्या

मजबूर दोनों है तुम हो के हम, सनम (सनम, सनम)
ना मरते हम, तो क्या करते?
हज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)
फिर आगे कुछ नहीं देखा
नज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम, सनम, सनम)

जाओगे कहाँ उड़ा के ज़ुल्फ़ें हमारी राहों से तुम
बेल की तरह लिपट रहोगे हमारी बाँहों से तुम
जाओगे कहाँ उड़ा के ज़ुल्फ़ें हमारी राहों से तुम
बेल की तरह लिपट रहोगे हमारी बाँहों से तुम

मजबूर दोनों हैं तुम हो के हम, सनम (सनम, सनम)
हाए, ना मरते हम, तो क्या करते?
हज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)
फिर आगे कुछ नहीं देखा
नज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)

ना मरते हम, तो क्या करते?
हज़ारों में तुम ही तुम हो, मेरे सनम (सनम, सनम)



Credits
Writer(s): Asha Bhosle, Majrooh Sultanpuri
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