Yeh Zindagi Jo Thi Ab Tak Teri - Original

वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
चली है आज भटकने उदास राहों में
वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में

तमाम उम्र के रिश्ते घड़ी में खाक हुए
तमाम उम्र के रिश्ते घड़ी में खाक हुए
ना हम हैं दिल में किसी के ना हैं निगाहों में
ना हम हैं दिल में किसी के ना हैं निगाहों में
वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में

ये आज जान लिया अपनी कम नसीबी ने
ये आज जान लिया अपनी कम नसीबी ने
कि बेगुनाही भी शामिल हुई गुनाहों में
कि बेगुनाही भी शामिल हुई गुनाहों में
वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में

किसी को अपनी ज़रूरत ना हो तो क्या कीजै?
किसी को अपनी ज़रूरत ना हो तो क्या कीजै?
निकल पड़े हैं सिमटने कज़ा की बाँहों में
निकल पड़े हैं सिमटने कज़ा की बाँहों में

वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
चली है आज भटकने उदास राहों में
वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
वो ज़िंदगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में



Credits
Writer(s): Ravi, Ludiavani Sahir
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link