Patthar Ke Sanam - From "Patthar Ke Sanam"

पत्थर के सनम
तुझे हम ने मोहब्बत का खुदा जाना

पत्थर के सनम
तुझे हम ने मोहब्बत का खुदा जाना
बड़ी भूल हुई
अरे, हमने ये क्या समझा? ये क्या जाना?
पत्थर के सनम

चेहरा तेरा दिल में लिए चलते रहे अंगारों पे
तू हो कहीं...
तू हो कहीं, सजदे किए हम ने तेरे रुख़सारो पे

हम सा ना हो कोई दीवाना
पत्थर के सनम
तुझे हम ने मोहब्बत का खुदा जाना
पत्थर के सनम

सोचा था ये, बढ़ जाएँगी तन्हाइयाँ जब रातों की
रस्ता हमें...
रस्ता हमें दिखलाएगी शम-ए-वफ़ा उन हाथों की

ठोकर लगी, तब पहचाना
पत्थर के सनम
तुझे हम ने मोहब्बत का खुदा जाना
पत्थर के सनम

ऐ काश कि होती ख़बर तूने किसे ठुकराया है
शीशा नहीं...
शीशा नहीं, सागर नहीं, मंदिर सा एक दिल ढाया है

ता-आसमान है वीराना
पत्थर के सनम
तुझे हम ने मोहब्बत का खुदा जाना
बड़ी भूल हुई
अरे, हमने ये क्या समझा? ये क्या जाना?
पत्थर के सनम



Credits
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Majrooh Sultanpuri
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