Do Qadam Tum Na Chale

दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले
दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले
आरज़ूओं के दीए बुझ गए जलते-जलते
दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले

हम तो आँखों में बसा लेंगे तुम्हारे ग़म को
हम तो आँखों में बसा लेंगे तुम्हारे ग़म को
तुम कभी भूल के भी याद ना करना हमको
अपनी मंज़िल तुम्हें मिल जाएगी चलते-चलते

दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले
आरज़ूओं के दीए बुझ गए जलते-जलते
दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले

वक़्त ने ज़हर भरा प्यार के पैमानों में
वक़्त ने ज़हर भरा प्यार के पैमानों में
ख़ो गए ख़्वाब सुलगते हुए वीरानों में
जान से जाएँगे हमदर्द के ढलते-ढलते

दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले
आरज़ूओं के दिये बुझ गए जलते-जलते
दो क़दम तुम ना चले, दो क़दम हम ना चले



Credits
Writer(s): Namvar, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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