Main Qayamat Hoon

मैं क़यामत हूँ, अजी, हाँ
मैं मुहब्बत हूँ, अजी, हाँ
मैं मुहब्बत हूँ जिसे लोग ख़ुदा कहते हैं
हाँ, जिसे लोग अदा कहते हैं

मैं क़यामत हूँ, अजी, हाँ
मैं मुहब्बत हूँ...

हुस्न है नाम मेरा, मुझको सितम कहते हैं
हाँ, सितम कहते हैं
नाज़ के मारे हुए मेरी क़सम खाते हैं
इश्क़ है नाम मेरा, मुझको करम कहते हैं
हाँ, करम कहते हैं
प्यार के मारे हुए मेरी क़सम खाते हैं

मैं वो हसरत हूँ जिसे, आ...
मैं वो हसरत हूँ जिसे लोग दुआ कहते हैं
हाँ, जिसे लोग दुआ कहते हैं

मैं क़यामत हूँ, अजी, हाँ
मैं क़यामत हूँ...

मैं जिसे एक झलक अपनी दिखा देती हूँ
हाँ, दिखा देती हूँ
उसकी बिगड़ी हुई तक़्दीरें बना देती हूँ
मैं जिसे एक झलक अपनी दिखा देती हूँ
हाँ, दिखा देती हूँ
उसको ख़ामोशी की तस्वीर बना देती हूँ

मैं वो जलवा हूँ जिसे, आ...
मैं वो जलवा हूँ जिसे लोग क़ज़ा कहते हैं
हाँ, जिसे लोग क़ज़ा कहते हैं

मैं मुहब्बत हूँ, अजी, हाँ
मैं मुहब्बत हूँ...

मैं जवानी हूँ, मुझे दुनिया बला कहती है
हाँ, बला कहती है, आ...
मैं तमन्ना हूँ, मुझे दुनिया दवा कहती है
हाँ, दवा कहती है, आ...

मैं मचल जाऊँ तो गुलशन पे निखार आ जाए
हाँ, निखार आ जाए
मैं मचल जाऊँ तो सहरा में बहार आ जाए
हाँ, बहार आ जाए

मैं वो मस्ती हूँ जिसे...
मैं वो हस्ती हूँ जिसे, आ...
मैं वो मस्ती हूँ जिसे लोग नशा कहते हैं
हाँ, मुझे लोग वफ़ा कहते हैं

मैं क़यामत हूँ, अजी, हाँ
मैं मुहब्बत हूँ जिसे लोग अदा कहते हैं
हाँ, जिसे लोग ख़ुदा कहते हैं

मैं क़यामत हूँ, अजी, हाँ
मैं मुहब्बत हूँ...



Credits
Writer(s): Akhtar Roomani, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link