Bol Meri Taqdeer Men Kya Hai

बोल मेरी तक़दीर में क्या है, मेरे हमसफ़र, अब तो बता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
कहाँ है मेरे प्यार की मंज़िल, तू बतला, तुझ को है पता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता

बोल मेरी तक़दीर में क्या है, मेरे हमसफ़र, अब तो बता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता

जहाँ हम आ के पहुँचे हैं वहाँ से लौट कर जाना
नहीं मुमकिन, मगर मुश्किल है दुनियाँ से भी टकराना
जहाँ हम आ के पहुँचे हैं वहाँ से लौट कर जाना
नहीं मुमकिन, मगर मुश्किल है दुनियाँ से भी टकराना

तेरे लिए हम कुछ भी सहेंगे, तेरा दर्द अब दर्द मेरा
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
बोल मेरी तक़दीर में क्या है, मेरे हमसफ़र, अब तो बता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता

तुम्हारे ख़्वाब से दिलकश नज़ारा और क्या होगा?
कि तुम मेरे सहारे हो, सहारा और क्या होगा?
तुम्हारे ख़्वाब से दिलकश नज़ारा और क्या होगा?
कि तुम मेरे सहारे हो, सहारा और क्या होगा?

खुश हूँ तू जिस हाल में रखे, तेरी थी, तेरी हूँ सदा
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
कहाँ है मेरे प्यार की मंज़िल, तू बतला, तुझ को है पता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता

मेरी रातों के पहले ख़्वाब का तारा नहीं टूटा
ये क्या कम है कभी मुझ से मेरा बचपन नहीं रूठा?
मेरी रातों के पहले ख़्वाब का तारा नहीं टूटा
ये क्या कम है कभी मुझ से मेरा बचपन नहीं रूठा?

आग और पानी एक हैं मुझ को, दिल में है जब तक प्यार तेरा
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
बोल मेरी तक़दीर में क्या है, मेरे हमसफ़र, अब तो बता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
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