Mere Toh Girdhar

मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई
(मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई)

जाके सिर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई
जाके सिर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई
तात-मात, भ्रात-बंधू, आपणो ना कोई

(मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई)
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई

छोड़ गई कुल की कानी, कहाँ करीहे कोई?
छोड़ गई कुल की कानी, कहाँ करीहे कोई?
संत के घर बैठी-बैठी लोक-लाज खोई

(मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई)
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई

अँसुवन जल सींच-सींच प्रेम बेल बोई
अँसुवन जल सींच-सींच प्रेम बेल बोई
अब तो बेल फैल गई, आनंद फल होई

(मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई)
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई

भगत देखी राँज होई, जगत देखी रोई
भगत देखी राँज होई, जगत देखी रोई
दासी मीरा माँगे गिरधर तारो अब होई

(मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई)
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई
(मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई)



Credits
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link