Sangmarmar Sa Tha

संग-ए-मरमर सा था उसका बदन
मिलते ही नज़र रुक गए क़दम
वो हूर थी या अप्सरा?
या मेरे ख़्वाबों की थी वो मेनका?

वो पहली-पहली मुलाक़ात थी, भीनी-भीनी बरसात थी
नशा सा था हवाओं में, लहरों की भी क्या बात थी
वो पहली-पहली मुलाक़ात थी, भीनी-भीनी बरसात थी
नशा सा था हवाओं में, लहरों की भी क्या बात थी

मौजें आ रही थीं साहिल के लबों को चूमने
हर उमंग जाग उठी थी खुशियों से झूमने

भीगी-भीगी हवाओं में जोश था
ऐसे में कहाँ किसे होश था
हो, ऐसे में कहाँ किसे होश था

ना जाने मुझे क्या हो गया, मेरा दिल वहीं पे खो गया
तुझसे पहले या तेरे बाद, हुआ ना किसी से, ना होगा प्यार
ना जाने मुझे क्या हो गया, मेरा दिल वहीं पे खो गया
तुझसे पहले या तेरे बाद, हुआ ना किसी से, ना होगा प्यार

इतने क़रीब आए थे हम, एक-दूजे में समाए थे हम
दो बदन पे एक जान थी, ज़िंदगी की राह पे थे हमक़दम
इतने क़रीब आए थे हम, एक-दूजे में समाए थे हम
दो बदन पे एक जान थी, ज़िंदगी की राह पे थे हमक़दम

मौजें आ रही थीं साहिल के लबों को चूमने
हर उमंग जाग उठी थी खुशियों से झूमने

भीगी-भीगी हवाओं में जोश था
ऐसे में कहाँ किसे होश था
अरे, ऐसे में कहाँ किसे होश था

जान-ए-जानाँ, तेरी आरज़ू
दिलरुबा, तेरी जुस्तजू
जीते-जी तो ना होगी कम
चाहूँगा तुझे ही मैं हर जनम

ना जाने मुझे क्या हो गया, मेरा दिल वहीं पे खो गया
तुझसे पहले या तेरे बाद, हुआ ना किसी से, ना होगा प्यार
ना होगा प्यार, ना होगा प्यार, ना होगा प्यार



Credits
Writer(s): Ajit Singh, Asha Rani
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